आरक्षण कैंसर समाप्त होने में ही, हम सबकी भलाई है ।
कर्म प्रधान विश्व करि राखा ।जो जस करइ सो तस फलु चाखा।के विपरीत व्यवस्था में विनाश है।
करीब 50 लाख केंद्रीय कर्मचारियों पर 125 करोड़ लोगों की सुव्यवस्था का दायित्व होता है।उन्हें सर्वश्रेष्ठ प्रतिभावान और घूसखोरी जैसे मानसिक रोगों से मुक्त होना चाहिए। इसके चुनाव की विधि ठीक हो।गरीब को आवश्यक बिंदु पर ही आर्थिक सहायता देना कर्तव्य है। उसके लिए प्रतिभा को कुचलकर , वोटबैंक बनाना ठीक नहीं।
Yes, very true
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