Thursday, November 4, 2021

भक्ति -साधना और सिद्धि

 श्री गर्गाचार्य जी के अनुसार ,कथा आदि में अनुराग होना ही भक्ति है ।

श्री भगवान की दिव्य लीला, महिमा उनके गुण और नामों के कीर्तन तथा श्रवण में मन लगाना नि:संदेह भक्ति का प्रधान लक्षण है।



No comments:

Post a Comment

Thank you for taking the time out to read this blog. If you liked it, share and subscribe.