Wednesday, September 30, 2020

शिक्षा नीति


 

अहं लौकिक आकार न लेने पाए


 

परमलक्ष्य "पराभक्ति"


 

पालघर के संतो को न्याय देने में हो रहे विलंब के दुष्परिणाम


 

अविरल या अनपायनी भक्ति


 

कर्म-संस्कार,काल व त्रिगुण

 


प्रीति किससे करें ?


 


 


 

संसार में धर्म एक ही है


 

अवसर बीता जाए


 

कर्म प्रधान विश्व रचि राखा


 

सर्वभूतस्थम् आत्मानम्


 

स्वधर्म के लिए नित्य कुछ करें


 

सबका विकास


 

दीपदान


 

आत्मबोध में शास्त्र व संतमत का महत्व


 

Tuesday, September 29, 2020

आत्मसाक्षात्कार आवश्यक


 

भौतिक सुख मृगजल है


 

सृष्टि और हम


 

गुरु कृपा


 

हमारी दुर्दशा का कारण हम स्वयं






शरणागति की महिमा


 

शरणागति


 

जय जगन्नाथ स्वामी! जीवन का परम लक्ष्य

 


सुखी जीवन


 

 


अहंकार


 

सत्य बोध

 


विकास योजना


 

अज़गै़बी


 

ज्ञानयोग

 


लक्ष्य की स्पष्टता आवश्यक


 

अपने को कैसे जाने

 


स्व कर्तव्य निर्धारण


 

आत्मानुभूति

 


तृष्णा


 

अशांति क्यों




 

कर्मयोग की श्रेष्ठता


 

खल काली कॉमरी

 


गौहत्या


 

गुरु करो जानकर


 

सावधान !!

 



 

साधना आवश्यक


 

जीवन लक्ष्य


 

ज्ञानयोग


 

जीवन के लक्ष्य का चुनाव


यदि सांसारिक उपलब्धियों का यथार्थ आभास हो चुका हो, तो अपने अधिष्ठान भगवान की अनुभूति के लिए तीन योगमार्गो- कर्मयोग, ज्ञानयोग, भक्तियोग में किसी एक को चुने।

ब्रह्मनिष्ठा और जगत व्यवहार


 

मन

 


स्वभाव


 

अनादि भूख

 


संकठ समये